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बुधवार, 8 फ़रवरी 2017

हमसफ़र

मेरी कल्पना हो तुम
मेरी ज़िन्दगी की खूबसूरत अल्पना हो तुम
मेरे मन में छिपे तस्वीर की परिकल्पना हो तुम
ज़िन्दगी के सफ़र में हमसफ़र हो तुम
मुश्किलों के डगर में हिम्मत हो तुम
चाहे जहां भी देखूँ हर जगह हो तुम!

मेरी कल्पना हो तुम
मेरी ज़िन्दगी की खूबसूरत अल्पना हो तुम
हर कदम मेरे साथ, मेरा विश्वास हो तुम
ख़ुशियों के बयार का एहसास हो तुम
हर गम को भूल जाऊँ जब साथ हो तुम
मेरी हिम्मत हो तुम मेरी साहस हो तुम!

मेरी कल्पना हो तुम
मेरी ज़िन्दगी की खूबसूरत अल्पना हो तुम
मैंने तुम संग शुरू की थी अपने सपनों का सफ़र
हर कदम तुम हमारे और मैं तुम्हारी ताकत हैं
मुश्किलों को हटना होगा, हमारी जीत की ख़ातिर
हमारे सफ़र को मंज़िल तक पहुँचना होगा!

मेरी कल्पना हो तुम
मेरी ज़िन्दगी की खूबसूरत अल्पना हो तुम
हमारे सपनों को हकीक़त में बदलना होगा
चाहे कितनी भी मुश्किल हो सब्र रखना ही होगा
मंज़िल अब दूर नहीं पर दौर कठिन है
इस कठिनाई को सूझ-बुझ से निपटना ही होगा!

मेरी कल्पना हो तुम
मेरी ज़िन्दगी की खूबसूरत अल्पना हो तुम!!

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