यह ब्लॉग खोजें

Translate

विशिष्ट पोस्ट

अयोध्या धाम

राम आएंगे अयोध्या धाम आएंगे  राम आएंगे तो खुशियां मनाएंगे  फूल माला से मैं घर को सजाऊंगी  रंगोली बना के मैं देहरी सजाऊंगी  दीपमाला बनके खुद ...

बुधवार, 17 मई 2017

चश्मा

गोल-मटोल चश्मा बोल
तेरे दिल पर क्या बीती
जब तेरी रानी तुझे दे खोल
पूरे दिन तू उसे दिखाता दुनिया रंग बिरंगी
रात को जब वो सोने जाए
तुझको रख दे साइड
नयन ख़ुशी से झूम रहे हैं
मिला हमें रंगीन सहारा
जो मेरे संग-संग चलता हैं
सब पर धाक जमाये
मेरी पतली दुबली काया
उसको भी महकाए
गोल-मटोल पहचान मेरी हैं
रंग-बिरंगी फ्रेमों वाली
मैं गुड़िया के आँखों पर

सजी-धजी बैठी रहती हूं.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें