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अयोध्या धाम

राम आएंगे अयोध्या धाम आएंगे  राम आएंगे तो खुशियां मनाएंगे  फूल माला से मैं घर को सजाऊंगी  रंगोली बना के मैं देहरी सजाऊंगी  दीपमाला बनके खुद ...

शनिवार, 29 दिसंबर 2018

मेरे प्यारे बच्चों

तुम तारों से दीपक बनकर
एक दिन नम पर छा जाना
करो न तुम विश्राम कभी
ये जीवन पूर्ण विराम नहीं
हर कदम लक्ष्य की ओर बढ़ो
धीमे-धीमे चलकर ही सही
इस कठिन डगर को पार करो
निर्भय निर्लोभ सदा रहना
पग-पग पर तुम डटकर चलना
बस हार-जीत की उलझन में
खुद को उलझाकर मत रखना
हर रोज़ परीक्षा देनी है
हर कदम हमें सिखलाता है
तुम नित्य नए बधाओं से
लड़कर खुद को मजबूत करो
तुम हृदय प्रेम की झरना से
सीचों मुरझाये कलियों को
यह वक्त तुम्हे मुश्किल से मिला
इसे व्यर्थ न यूँ ही जाने दो
हर कठिन डगर पर हिम्मत और कोशिश
ही जीत दिलाती है.

गुरुवार, 20 दिसंबर 2018

विचार

कुछ कदम हमें आगे बढाने ही होंगे
वर्षों से पड़ी धुल
रिश्तों से हटाने ही होंगे
ख़ामोशी की बढती हुई ऊँची दीवार
को खुद से गिराना ही होगा
काश हमारी धरती
फिर से जन्नत बन जाए
रिश्तों में वही मिठास
फिर से लौट आये
हर घर में खुशियाँ हो
सबको अपनों का साथ मिले
सच्चाई और सादगी हर चेहरे से झलके
हमारे प्यार और खुशियों से
रौशन पूरा संसार हो
जीत हो मेरी और सबकी हार हो
ऐसे विचारों का हम में कभी न संचार हो
हम तभी खुश रह पायेंगे
जब खुशियाँ चारों ओर हो
किसी से कोई गिला-शिकवा न हो
हर ओर अपनत्व का संचार हो
कोशिश अगर हम कुछ करे
तो सामने से हाथ खुद-ब-खुद बढ़ जायेंगे.