प्रीत में सब कुछ भुला कर
आप को दिल में बसा लूँ
स्वप्न के मंदिर में अपने
देवता उनको बना लूँ
प्रीत में सब कुछ भुला कर
गीत गा कर के सुना दूँ
धुन नए अपने बना लूँ
ज़िन्दगी के फूल को
राह में उनके सजा दूँ
प्रीत में उनको समर्पित
हर ख़ुशी हर गम समर्पित
हर घड़ी हर क्षण समर्पित
स्नेह के कण-कण समर्पित
प्रीत है एक शब्द छोटा
पर हैं इसका अर्थ विशाल
न ही इसकी कोई सीमा
बन्धनों से मुक्त हैं ये
प्रीत में सब कुछ भुला कर
नीत नए रिश्ते बना कर
ज़िन्दगी के राह में
नीत नया सन्देश लेकर
सब को हम बताएँगे.
नीत नया सन्देश लेकर
सब को हम बताएँगे.
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