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मेरे ख्वाब

रात कली कोई ख्वाब में आई  और गले का हार हुई  हँसता हुआ था उसका चेहरा  आँखों में कोई रंग था गहरा  होठ गुलाबी, आँख शराबी  चाल में मादकता झलकी ...

सोमवार, 12 अगस्त 2024

बारिश का मौसम

देश हमारा इतना प्यारा 

सब नदीयों की बहती धारा 

ऋतू चार जीते हम सब है 

सर्दी - गर्मी वसंत - वर्षा 


बारिश के मौसम में बच्चे 

खूब खेलते छप - छप करके 

मम्मी जितनी चिक - चिक करती 

बच्चे उतने खुश हो जाते 


मम्मी छाता में छुप जाती 

बच्चे उछल - उछल कर गाते 

आज भींग कर जायेंगे 

मस्ती खूब मचाएंगे। 

रविवार, 11 अगस्त 2024

मातृ भूमी

भारत माँ पे कुर्बान हुए 

माँ की मान बढाने को 

माँ की शान बचाने को 

लाखों सपूत कुर्बान हुए 

आज़ाद देश कहलाने को 

हर घर ने कुर्बानी दी 

हर घर संग्राम का हिस्सा था 


ए देश नहीं माँ मेरी है 

माँ की ख़ातिर हम आज यहाँ 

माँ की रक्षा है फ़र्ज़ मेरा 

माँ का है मुझपे क़र्ज़ बड़ा 


माँ की ख़ातिर मिट जायेंगे 

माँ का आँचल है स्वर्ग मेरा 

माँ का सर झुकने से पहले 

अपने सर का बलिदान करे 


हे वीर तुम्हारी विरह कथा 

अपने शब्दों में कह पाए 

यह सौभाग्य हमारा है 

कि यह तुक्ष कलम 

कुछ लिख पाए 

है नमन सदा उन वीरों को 

जिसने क़ुरबानी देश पे दी 

जिसने भारत की रक्षा की।