देश हमारा इतना प्यारा
सब नदीयों की बहती धारा
ऋतू चार जीते हम सब है
सर्दी - गर्मी वसंत - वर्षा
बारिश के मौसम में बच्चे
खूब खेलते छप - छप करके
मम्मी जितनी चिक - चिक करती
बच्चे उतने खुश हो जाते
मम्मी छाता में छुप जाती
बच्चे उछल - उछल कर गाते
आज भींग कर जायेंगे
मस्ती खूब मचाएंगे।
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" शनिवार 17 अगस्त 2024 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंआपका बहुत बहुत धन्यवाद
हटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद !!!
हटाएंवाह! बहुत सुंदर। बालक मन जागृत हो गया।
जवाब देंहटाएंआपका बहुत बहुत धन्यवाद !!!
हटाएंवाह! लाजवाब सृजन!
जवाब देंहटाएंआपका बहुत बहुत धन्यवाद !!!
हटाएंबहुत सुन्दर रचना।
जवाब देंहटाएंआपका बहुत बहुत धन्यवाद !!!
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