बच्चों के बचपन में देखो कितनी
भागम - भाग है
हुआ सवेरा मम्मी - पापा कहते
जल्दी कर लो बेटा
जग बदला जग रित भी बदले
माँ की आँचल के संग - संग
ममता की वो छाँव भी बदली
दादी की सब कथा - कहानी
कहने की तरकीब भी बदली
घर आँगन की किलकारी अब
सामूहिक संसार में बदली
उस जग में भी एक यशोदा
और थे उनके एक कन्हैया
आज कन्हैया हर घर में है
प्यार करे जिनको माँ यशोदा।
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