मेरे बच्चों पढ़ते जाओ
आगे -आगे बढ़ते जाओ
विद्या का वरदान मिलेगा
गुरु से विद्या दान मिलेगा
कदम - कदम पर साथ मिलेगा
गुरु का सर पर हाथ मिलेगा
आसमान पर चढ़ते जाओ
आगे -आगे बढ़ते जाओ
खुशियों का संसार बसाओ
मेरे बच्चों पढ़ते जाओ
आगे -आगे बढ़ते जाओ।
आँखों में सपने थे ढेरो अरमान थे दिल में कुछ अलग करने की हमने भी ठानी थी सपने बड़े बड़े थे पर साधन बहुत सीमित थे मंज़िल आँखों के सामने थी ...
मेरे बच्चों पढ़ते जाओ
आगे -आगे बढ़ते जाओ
विद्या का वरदान मिलेगा
गुरु से विद्या दान मिलेगा
कदम - कदम पर साथ मिलेगा
गुरु का सर पर हाथ मिलेगा
आसमान पर चढ़ते जाओ
आगे -आगे बढ़ते जाओ
खुशियों का संसार बसाओ
मेरे बच्चों पढ़ते जाओ
आगे -आगे बढ़ते जाओ।
हमको बुलाये ए हरियाली
ए पहाड़ के आँचल
हमको छूकर जाये, बार-बार ये बादल
कभी दूर तो कभी पास ए
करते रहे ठिठोली
भोर - सांझ ये आते जाते
होठों पर खुशियाँ दे जाते
दिन ढलते ही झम - झम करके
खूब बरसते है ये बादल
गड़ - गड़ करके झड़ - झड़ करके
धाराएँ बहती जाती है
देख - देख हम खुश होते है
यहां का मौसम कितना प्यारा
पर पहाड़ के वासिंदों को
होती बहुत कठिनाई इससे।