कोरोना का कहर
सारे विश्व पर ऐसा पड़ा
मानवता है काँप रही
जीवन हर पल भांप रही
अनहोनी अनजाने डर से
हर कोई सहमा बैठा है
जीवन की इस कठिन घड़ी में
देव दूत बनकर आया है
हर पल हर क्षण भाग रहा है
सबको खुशियां बाँट रहा है
फिर भी क्यों तुम भाग रहे हो
डरे-डरे सहमे-सहमे से
मैं मैदान में डटा हुआ हूँ
कोरोना को डरना ही होगा
पहले मुझसे लड़ना होगा
तुमतो घर पर बैठे हो
कुछ अपनों के संग
खड़े यहाँ विपदा में हम
अपनों से है दूर
है परिवार हमारा भी
पर पुरे दिन बात नहीं
कोई नहीं सन्देश
फिर भी हमने ठान लिया है
अपनेपन को जान लिया है
जीत हमारी पक्की होगी
ऐसा एक संकल्प लिया है
ऐसे दुश्मन से जूझ रहे है
अंत का जिसका भान नहीं है
लड़कर कितना जीतेंगे हम
इसक हमें कोई ज्ञान नहीं
फिर भी हमें डट कर लड़ना है
कोरोना को परास्त करना है
हम सबका है वादा देश से
विजय विजय विजय
बस यही नारा हम सबका
हारेगा कोरोना हम सब से
जीतेगा विश्वास हमारा।
सारे विश्व पर ऐसा पड़ा
मानवता है काँप रही
जीवन हर पल भांप रही
अनहोनी अनजाने डर से
हर कोई सहमा बैठा है
जीवन की इस कठिन घड़ी में
देव दूत बनकर आया है
हर पल हर क्षण भाग रहा है
सबको खुशियां बाँट रहा है
फिर भी क्यों तुम भाग रहे हो
डरे-डरे सहमे-सहमे से
मैं मैदान में डटा हुआ हूँ
कोरोना को डरना ही होगा
पहले मुझसे लड़ना होगा
तुमतो घर पर बैठे हो
कुछ अपनों के संग
खड़े यहाँ विपदा में हम
अपनों से है दूर
है परिवार हमारा भी
पर पुरे दिन बात नहीं
कोई नहीं सन्देश
फिर भी हमने ठान लिया है
अपनेपन को जान लिया है
जीत हमारी पक्की होगी
ऐसा एक संकल्प लिया है
ऐसे दुश्मन से जूझ रहे है
अंत का जिसका भान नहीं है
लड़कर कितना जीतेंगे हम
इसक हमें कोई ज्ञान नहीं
फिर भी हमें डट कर लड़ना है
कोरोना को परास्त करना है
हम सबका है वादा देश से
विजय विजय विजय
बस यही नारा हम सबका
हारेगा कोरोना हम सब से
जीतेगा विश्वास हमारा।
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (30-03-2020) को 'ये लोग देश हैं, देशद्रोही नहीं' ( चर्चाअंक - 3656) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
*****
रवीन्द्र सिंह यादव
सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
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