मुस्कान सदा दे जाउंगी
मैं रोज तेरे सपनों में आकर
आँखों से नींद चुराउंगी
हूँ आज यहाँ कल दूर देश
मैं पंख लगा उड़ जाउंगी
अपनी मिट्टी की खुशबु को
परदेश में भि फैलाउंगी
मैं जाऊ जहाँ सबको अपना
खुशियों का मंत्र बताउंगी
मैं नन्ही परी जादू की छड़ी
सब ओर ख़ुशी फैलाउंगी
माँ की ममता आंचल की छावं
माँ की खुशियाँ मेरी मुस्कान .
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