जादू दिखाता है
बच्चों को हँसाता है
बच्चों को हँसाता है
खूब तारीफ पाता है
जादूगर का कमाल देख
बच्चे हो या बूढ़े
सब गदगद हो जाते हैं
तालियाँ भी खूब बजती है
पर कुछ बच्चे घर जाकर
हो जाते उदास
काश वो जादू कर पाते
खुद पे जादू आजमाते
पर भोले भाले बच्चे
एक भी जादू कर नहीं पाते
समझाते फिर दादा जी
बच्चों मन छोटा मत करना
जब तुम भी बड़े हो जाओगे
फिर तुम भी जादू कर पाओगे
अच्छा दादा वो कैसे
नई पढाई नया तरीका
लेकर तुमको आना है
मिलजुलकर अपने भारत का
नया स्वरुप बनाना है
बच्चे तुम हो भविष्य देश का
तुमको एक इंसान बनाना
ये जादू से कम है क्या':::::?
बहुत हि सुन्दर भावों को प्रभावी शब्द दिए हैं आपने.खूबसूरत रचना
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है
https://sanjaybhaskar.blogspot.com/
thanks sir
हटाएंआपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 23 अक्टूबर 2021 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना।
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