वो मेरा प्यारा दामन
वो मीठी - मीठी यादें
वो जीवन की सच्चाई
कुछ कड़वी कुछ खट्टी
पर है वो कितनी सच्ची
वो हम दोनों की चाहत
वो अपनेपन की आहट
जो हमको देती राहत
है बीते कितने सावन
पर फिर भी ऐसा लगता
ये पहला मेरा सावन
हो दुनियाँ भर की खुशियाँ
तेरे - मेरे दामन में
तुम यूं ही हंसते रहना
जीवन की हर राहों में.
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" रविवार 15 अगस्त 2021 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंवाह!सुंदर सृजन ।
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण रचना ।
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