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सपने

आँखों में सपने थे  ढेरो अरमान थे दिल में  कुछ अलग करने की  हमने भी ठानी थी  सपने बड़े बड़े थे  पर साधन बहुत सीमित थे  मंज़िल आँखों के सामने थी ...

मंगलवार, 20 फ़रवरी 2024

अयोध्या धाम

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

राम आएंगे तो खुशियां मनाऊंगी 

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

फूल माला से मैं घर को सजाऊंगी 

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

रंगोली बना के मैं देहरी सजाऊंगी 

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

दीपमाला बनके मैं खुद सज जाउंगी 

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

छप्पन भोग बना के मैं भोग भी लगाउंगी 

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

जीमी-जीमी प्रभु जी मैं आपको जिमाऊंगी 

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

गाय गोबर से मैं अँगना निपाऊँगी 

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

फूलवाड़ी में से मैं फूल तोड़-तोड़ लाऊंगी 

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी 

राम आएंगे तो खुशियां मनाऊंगी

राम आएंगे अयोध्या धाम आउंगी। 

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