यह ब्लॉग खोजें

Translate

विशिष्ट पोस्ट

सपने

आँखों में सपने थे  ढेरो अरमान थे दिल में  कुछ अलग करने की  हमने भी ठानी थी  सपने बड़े बड़े थे  पर साधन बहुत सीमित थे  मंज़िल आँखों के सामने थी ...

गुरुवार, 1 फ़रवरी 2024

गणतंत्र दिवस

गणतंत्र दिवस है आया 

हम सबकी खुशियां लाया 

वीरों पे फक्र हो आया 

वीरों ने देश बचाया 

अपनी क़ुरबानी देकर 

और हर ओर विजय लहराया 

संविधान हमारा बनकर के 

इस दिन को हमें मिला था 

इस पावन दिन को तब से 

हर वर्ष मनाते है हम 

इस पावन पर्व पर खुशियाँ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें