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बुधवार, 31 जनवरी 2024

स्वप्न

रोज़ सपने में आओ 

शगुन दे के जाओ 

साथ खुशियाँ मनाओ 

हर्ष में गीत गाओ 

लहरों पे झूम जाओ 

कभी रूठ जाओ कभी फिर मनाओ 

मेरे स्वप्न में रोज़ ऐसे ही आओ 

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