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सपने

आँखों में सपने थे  ढेरो अरमान थे दिल में  कुछ अलग करने की  हमने भी ठानी थी  सपने बड़े बड़े थे  पर साधन बहुत सीमित थे  मंज़िल आँखों के सामने थी ...

बुधवार, 19 सितंबर 2018

कदम-कदम बढ़ाये जा

कदम-कदम बढ़ाये जा
सफल कदम बढ़ाये जा
वो गीत गुनगुनाए जा
हैं मज़िले आसान ही
कदम-कदम बढ़ाये जा

कदम-कदम बढ़ाये जा
जीवन के उलझनों को
तुम खुद से ही सुलझाए जा
भय ठोकरों का कर नहीं
यह आज है कल फिर नहीं
कदम-कदम बढ़ाये जा

कदम-कदम बढ़ाये जा
वो गीत गुनगुनाए जा
सब हौसला बढ़े तेरा
तू बस सीढ़ियाँ बनाए जा
ज़मीन, गगन, नदी, पहाड़,
सभी को पार कर
कदम-कदम बढ़ाये जा

कदम-कदम बढ़ाये जा
ख़ुशी के गीत गाये जा
हर लक्ष्य हो तुम्हारा
तुम हो विजय सदा
कदम-कदम बढ़ाये जा.

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