मन में मिसरी घोल रही है
उसके सुर में ऐसा जादू
संग - संग सब बोल रहे है
काली कोयल बोल रही है
मन में मिसरी घोल रही है
मन में मिसरी घोल रही है
कोयल ने मौसम को भी
खुद के पास में बांध लिया है
कोयल गाये पेड़ झूमते
सायं - सायं कर हवा चली है
काली कोयल बोल रही है
मन में मिसरी घोल रही है
मन में मिसरी घोल रही है
आमों के डाली पर मंजर
फुट - फूटकर निकल रहे है
कोयल के सुन्दर गायन पे
अम्बर - धरती झूम रही है
काली कोयल बोल रही है
मन में मिसरी घोल रही है
मन में मिसरी घोल रही है
कोयल के गाने के आगे
मेघदूत भी दोल गए हैं
रिमझिम - रिमझिम पड़ी फुहारें
हर मन में खुशियां भर आई।
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