पूरे जगत का पेट भरना
कोई छोटा सा काम नहीं
कोई छोटा सा काम नहीं
सबके चेहरे पर हंसी बिखेरना
सबका हो पेट भरा चिंता न हो कलह की
ऐसा मुकाम पाना आसन नहीं
किसान बनना आसन नहीं
धुप हो या गर्मी हर मौसम में
घर के बाहर हर मौसम में
बाहर काम करना
आसान नहीं है
मौसम से बार - बार लड़ना
किसान बनना आसन नहीं
बाढ़ सुखार हो या ओला वृष्टि
हर वॉर किसान को है झेलना
तो कभी टिड्डियों का प्रहार
धैर्य बनाकर साहस के संग
हर मौसम को झेलना . .....
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें