चलते हैं वो पेट निकाल
चलते - चलते थक जाते हैं
बैठ छांव में ठंढाते हैं
घड़ी - घड़ी वो शर्माते हैं
गोल मटोल मोटू राम
हाथ में हरदम थाली खाने की
थाली में हो ढेर मिठाई
वो है खाने के शौकीन
तोंद निकल गई मोटू राम की
गोल मटोल मोटू राम
पहन के चश्मा गोल - मटोल
चल देते हैं मोटू राम
बांध घड़ी वो ठुमक के चलते
गोल मटोल मोटू राम
मस्त गली में आते - जाते
हंसी ठिठोली सब दे करते
हर घर में है आना - जाना
है कमल के मोटू राम।
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