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सपने

आँखों में सपने थे  ढेरो अरमान थे दिल में  कुछ अलग करने की  हमने भी ठानी थी  सपने बड़े बड़े थे  पर साधन बहुत सीमित थे  मंज़िल आँखों के सामने थी ...

सोमवार, 18 दिसंबर 2023

बन्नो रानी

बन्नो रानी तू मत कुछ बोल 
तेरे चेहरे ने खोल दिया पोल 
शर्म से हो गयी तू गोल-मोल-रोल 

बन्नो रानी तू मत कुछ बोल
तेरे नयनों ने खोल दिया पोल 
तेरे आँखों में सपनो की रोल 
पिया जो मनमोहन है। 

बन्नो रानी तू मत कुछ बोल 
तेरे कंगन ने खोल दिया पोल 
खनकती कंगन ऐ व्याकुल होए 
साजन कब आएंगे आँगन मोरे 

बन्नो रानी तू मत कुछ बोल 
तेरे पाजेब ने खोल दिया पोल 
छम-छम बाजे ऐ पाजेब 
जहां भी जाए ऐ बन्नो रानी। 

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