जगमग जग कर जाऊँ
राह सभी को दिखलाऊँ
सबको मंजिल पर पहुँचाऊँ
मैं दीपक हूँ दीपक बनकर
जगमग जग कर जाऊँ
जुगनू से है प्रेम हमारा
अन्धकार से बैर हमारा
मैं दीपक हूँ दीपक बनकर
जगमग जग कर जाऊँ
जगमग जग कर जाऊँ
पूजा की थाली में सजकर
दिव्या प्रेम वरषाऊँ
जगमग जग कर जाऊँ
अंधकार की तिमिर घटा में
भी जग को हरसाउ
जगमग जग कर जाऊँ
दीपोत्सव से दूर सभी
अंधीयारा कर जाऊं
जगमग जग कर जाऊँ
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