यह ब्लॉग खोजें

Translate

विशिष्ट पोस्ट

प्रियतम

हे प्रियतम तुम रूठी क्यों  है कठिन बहुत पीड़ा सहना  इस कठिन घड़ी से जो गुज़रा  निःशब्द अश्रु धारा बनकर  मन की पीड़ा बह निकली तब  है शब्द कहाँ कु...

मंगलवार, 20 अक्टूबर 2020

छोटा बच्चा

जब मैं छोटा बच्चा था
मन से पूरा  सच्चा था
सबके लिए मैं अच्छा था
भोला - भाला  गोल - मटोल 
हँसता मैं हरदम मुँह खोल

जब मैं छोटा बच्चा था 
मन से पूरा  सच्चा था
घड़ी- घड़ी पानी मैं  डालूं 
सर पर मिट्टी डालकर आऊं
लोटपोट होकर सब हँसते

जब मैं छोटा बच्चा था 
मन से पूरा  सच्चा था 
जब कोई स्कूल की कहता 
रो - रोकर मैं गिरता -पड़ता 

जब मैं छोटा बच्चा था 
बड़ा कान का कच्चा था 
मन से पूरा सच्चा था 
कुछ भी था पर अच्छा था। 

4 टिप्‍पणियां: