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सपने

आँखों में सपने थे  ढेरो अरमान थे दिल में  कुछ अलग करने की  हमने भी ठानी थी  सपने बड़े बड़े थे  पर साधन बहुत सीमित थे  मंज़िल आँखों के सामने थी ...

शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2020

तितली रानी

तितली रानी बड़ी सयानी 
रंग- बिरंगी पँखों  वाली
फुदक -फुदक कर गाना गाती
रूप मनोहर सबको भाता 
फूलों से खुशबू ले जाती
 बच्चो के मन को है भाती 

कितनी प्यारी तितली रानी 
घूम - घूम फूलों पर आये 
बच्चों के मन वो ललचाये 
रंग- बिरंगे पँख दिखाए 
रहे झुंड में मिलकर गाये 

तितली रानी इतने सुन्दर 
पँख कहाँ से लाती हो 
हमको भी वो जगह बता दो 
रंग- बिरंगे पँख दिला दो
मैं भी उड़कर आउंगी 
दूर -दूर तक संग तेरे 
घूम-घूम कर गाऊँगी।   

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