रंग- बिरंगी पँखों वाली
फुदक -फुदक कर गाना गाती
फुदक -फुदक कर गाना गाती
रूप मनोहर सबको भाता
फूलों से खुशबू ले जाती
बच्चो के मन को है भाती
कितनी प्यारी तितली रानी
घूम - घूम फूलों पर आये
बच्चों के मन वो ललचाये
रंग- बिरंगे पँख दिखाए
रहे झुंड में मिलकर गाये
तितली रानी इतने सुन्दर
पँख कहाँ से लाती हो
हमको भी वो जगह बता दो
रंग- बिरंगे पँख दिला दो
मैं भी उड़कर आउंगी
दूर -दूर तक संग तेरे
घूम-घूम कर गाऊँगी।
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