यह ब्लॉग खोजें

Translate

विशिष्ट पोस्ट

सपने

आँखों में सपने थे  ढेरो अरमान थे दिल में  कुछ अलग करने की  हमने भी ठानी थी  सपने बड़े बड़े थे  पर साधन बहुत सीमित थे  मंज़िल आँखों के सामने थी ...

शुक्रवार, 20 नवंबर 2020

तारे

छोटे - छोटे नन्हे - नन्हे
झिलमिल - झिलमिल करते तारे
आसमान में चमक रहे हैं 
जैसे चंदा के हो प्यारे 

छोटे - छोटे नन्हे - नन्हे 
झिलमिल - झिलमिल करते तारे
रात अँधेरी जब होती है 
राह दिखाते हैं  ये तारे 

छोटे - छोटे नन्हे - नन्हे 
झिलमिल - झिलमिल करते तारे
सूरज दादा जब आते हैं  
ये छूमंतर हो जाते हैं 

छोटे - छोटे नन्हे - नन्हे 
झिलमिल - झिलमिल करते तारे
कभी बादल में छुप जाते हैं तो कभी 
टीम - टीम कर गाते हैं।  

 

2 टिप्‍पणियां: