तुमने खुद को खो दिया
क्या यह ख्याल आया कभी
जिसके लिए तुम रोते हो
उसके मन में
तुम्हारी अहमियत क्या है
तुम्हारी जिंदगी सिर्फ तुम्हारी है
इसे जी भर कर जिओ
यह तुम्हारे लिए
उपरवाले का दिया
अनमोल उपहार है
हमेशा खुद के लिए जिओ
जो खुद के लिए जीता है
वह दुखी कभी नहीं होता
क्यूंकि वह अपना कर्तब्य
भली भांति जानता है
जिसको हमारी क़द्र ही नहीं
उसके लिए क्या गम
उसके लिए हम अपना
आंसू क्यों बर्बाद करे
जो मेरा है ही नहीं
उसके लिए रोना कैसा
जिंदगी लम्बी है
राह में बहुत से लोग मिलते है
कुछ अपने तो कुछ
बेगाने हो जाते हैं
जिंदगी फिर भी चलती रहती है
चलना हमारा फर्ज
कर्म हमारी पूजा
प्रेम हमारा धर्म है
खुशियां हमारी शक्ति
और जीवन बहती हुई नदी
जिसे रोकना हमारा काम नहीं
हमें तो बस खुशियां बाँटना है।
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