यह ब्लॉग खोजें

Translate

विशिष्ट पोस्ट

अयोध्या धाम

राम आएंगे अयोध्या धाम आएंगे  राम आएंगे तो खुशियां मनाएंगे  फूल माला से मैं घर को सजाऊंगी  रंगोली बना के मैं देहरी सजाऊंगी  दीपमाला बनके खुद ...

मंगलवार, 23 जून 2020

तेरी खातिर

जिसकी खातिर
तुमने खुद को खो दिया
क्या यह ख्याल आया कभी 
जिसके लिए तुम रोते  हो 
उसके मन में 
तुम्हारी अहमियत क्या है 

तुम्हारी  जिंदगी सिर्फ तुम्हारी है 
इसे जी भर कर जिओ 
यह तुम्हारे लिए 
उपरवाले का दिया 
अनमोल उपहार है 
हमेशा खुद के लिए जिओ 

जो खुद के लिए जीता है 
वह दुखी कभी नहीं होता 
क्यूंकि वह अपना कर्तब्य 
भली भांति जानता है 

जिसको हमारी क़द्र ही नहीं 
उसके लिए क्या गम 
उसके लिए हम अपना 
आंसू क्यों बर्बाद करे 

जो मेरा है ही नहीं  
उसके लिए रोना कैसा 
जिंदगी लम्बी है 
राह में बहुत से लोग मिलते है 
कुछ अपने तो कुछ 
बेगाने हो जाते हैं 
जिंदगी फिर भी चलती  रहती है

चलना हमारा फर्ज 
कर्म हमारी पूजा 
प्रेम हमारा धर्म है 
खुशियां हमारी शक्ति
और जीवन बहती हुई नदी 

जिसे रोकना हमारा काम नहीं 
हमें तो बस खुशियां  बाँटना है। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें