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पहाड़

हमको बुलाये ए हरियाली  ए पहाड़ के आँचल  हमको छूकर जाये, बार-बार ये बादल  कभी दूर तो कभी पास ए  करते रहे ठिठोली  भोर - सांझ ये आते जाते  होठों...

रविवार, 26 मार्च 2017

भक्ति भावना

गौर छंटा के श्याम घटा के दृश्य मनोहर हैं
चपल चंचला तुम पर मेरे प्राण न्योछावर हैं
भारत माता तुम पर मेरी जान न्योछावर हैं
माँ लक्ष्मी के रूप अनेक
हर रूप दया और करुणा के
सागर की भाँती हैं!

गौर छंटा के श्याम घटा के दृश्य मनोहर हैं
चपल चंचला तुम पर मेरे प्रण न्योछावर हैं 
तुम करुणा की सागार हो माँ
दया धर्म की सागार हो माँ
तेरी चरणों में वर्षो से विनती
करती आई हूँ माँ
मेरी आँचल भर दो माँ
खुशियों के सागर से
मेरे अंदर वो ममता दो
जो बाँट सकूँ मैं सब पर
अपना-गैर भूलकर के माँ
सेवा सबकी करूँ
गौर छंटा के श्याम घटा के दृश्य मनोहर हैं
चपल चंचला तुम पर मेरे प्रण न्योछावर हैं!!

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