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पहाड़

हमको बुलाये ए हरियाली  ए पहाड़ के आँचल  हमको छूकर जाये, बार-बार ये बादल  कभी दूर तो कभी पास ए  करते रहे ठिठोली  भोर - सांझ ये आते जाते  होठों...

सोमवार, 27 मार्च 2017

मेरे साईं राम

साईं राम साईं राम साईं राम कहिये
मेरे श्याम मेरे राम साईं राम कहिये
साईं-राम, साईं राम सुबहो शाम जपिए 
मेरे राम, तेरा नाम जग सारा जपता
मेरा मन हर पल पुकारे साईं राम
साईं राम साईं राम साईं राम कहिये
मेरे श्याम मेरे राम साईं राम कहिये
मुरली मनोहर श्यामा श्याम श्याम कहिये
साईं राम साईं राम राम राम कहिये
शिर्डी साईं, सत्य साईं साईं राम राम कहिये

मेरे श्याम मेरे राम साईं राम कहिये!!

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