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प्रियतम

हे प्रियतम तुम रूठी क्यों  है कठिन बहुत पीड़ा सहना  इस कठिन घड़ी से जो गुज़रा  निःशब्द अश्रु धारा बनकर  मन की पीड़ा बह निकली तब  है शब्द कहाँ कु...

सोमवार, 13 फ़रवरी 2017

साई प्रभु!

अल्लाह हो तुम इश्वर हो तुम
महावीर नानक राम
परतिश साई शंकरा तुम ही हो मेरे प्राण
हर प्राणी के प्राण तुम हो
दिनों के तुम साई राम!

तुम करुना के सागर प्रभु हो
प्रभु सुन लो मेरी पुकार
दया सागरा राम तुम हो
कृष्ण कनैहया श्याम!

दिन-रात भजु हर शाम भजु
प्रभु दर्शन दे दो साई
हमे भक्ति की राह दिखा दो
ज्ञान की ज्योति जलाओ प्रभु!

प्रभु सुन लो मेरी पुकार
हमे राह दिखाओं प्रभु
हर मन में प्रेम की ज्योति जला दो
हर दिल में भक्ति भाव!

एक बार बस एक बार
प्रभु दर्शन दे दो साईं
अल्लाह हो तुम इश्वर हो तुम
महावीर नानक राम
तुम करुना के सागर प्रभु हो
प्रभु सुनलो मेरी पुकार!

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