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सपने

आँखों में सपने थे  ढेरो अरमान थे दिल में  कुछ अलग करने की  हमने भी ठानी थी  सपने बड़े बड़े थे  पर साधन बहुत सीमित थे  मंज़िल आँखों के सामने थी ...

शुक्रवार, 16 जून 2017

चुड़ीवाली

चूड़ी लेलो चूड़ी लेलो
लेलो रंग बिरंगी
सदा सुहागन रहने वाली
वो संग सहेली मेरी

चूड़ी लेलो चूड़ी लेलो
मैं तेरे खातिर लेकर के
ढेरो चूड़ियां लाई
सजो सजन के खातिर तुम तो
अपनी सूध कहाँ हैं

चूड़ी लेलो चूड़ी लेलो
नैन तेरे कजरारे
चूड़ी खन-खन बाजे
लहंगा हैं रंगीन तुम्हारा
सबके दिल को भाए

चूड़ी लेलो चूड़ी लेलो
तेरी सैंडल गोल्डन-गोल्डन
गोरे-गोरे पैरों में
लगी आलता भाए
नई आलता लेकर आई

इसको भी अजमाओं!

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