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पापा

पापा मेरे सपनों का वो प्रतिबिम्ब है  जो हमारे हर सपने को पूरा करते है  हमारी हर जिज्ञासा को पूरा करते है  हमारे लड़खड़ाते कदम को हाथों से संभा...

रविवार, 18 जून 2017

जन्मदिन

जन्मदिन तेरा आज आया
ढेरों सपने तेरे संग लाया
मुझे याद वर्षों दिलाया
तेरा मुस्कुराना कभी रूठ जाना
गले से लगाकर हमें भी हँसाना
तेरा मुस्कुराना मेरे संग गाना
माँ के कदम से कदम यूँ मिलाना
कभी रोते-रोते मुझे भी रुलाना

जन्मदिन तेरा आज आया
ये चौदह बरस, चौदह दिन में जो बांटू
तेरी हर ख़ुशी को अलग से जो छाँटू
तेरा रोना हँसना, तेरा रूठना भी
तेरी हरकतों पे ये बारीक नज़र से
तुम्हे देखना अच्छा लगता हैं मुझको

जन्मदिन तेरा आज आया
जब रात को चैन से सो तू जाए
तस्सली से मुझको तभी नींद आए
जब तू बीमार हो जाती तो
मेरी हफ़्तों की नींद उड़ जाती तब
वो वक्त बीत कर अब ज़माना बना
बिटिया रानी बड़ी सामने हैं खड़ी
आए जन्मदिन ख़ुशी से मानाओ

माँ के नयन खुशियों से ही भिगाओं!!

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