जन्मदिन तेरा आज आया
ढेरों सपने तेरे संग लाया
मुझे याद वर्षों दिलाया
तेरा मुस्कुराना कभी रूठ
जाना
गले से लगाकर हमें भी
हँसाना
तेरा मुस्कुराना मेरे संग
गाना
माँ के कदम से कदम यूँ
मिलाना
कभी रोते-रोते मुझे भी
रुलाना
जन्मदिन तेरा आज आया
ये चौदह बरस, चौदह दिन में
जो बांटू
तेरी हर ख़ुशी को अलग से जो
छाँटू
तेरा रोना हँसना, तेरा
रूठना भी
तेरी हरकतों पे ये बारीक
नज़र से
तुम्हे देखना अच्छा लगता
हैं मुझको
जन्मदिन तेरा आज आया
जब रात को चैन से सो तू जाए
तस्सली से मुझको तभी नींद
आए
जब तू बीमार हो जाती तो
मेरी हफ़्तों की नींद उड़
जाती तब
वो वक्त बीत कर अब ज़माना
बना
बिटिया रानी बड़ी सामने हैं
खड़ी
आए जन्मदिन ख़ुशी से मानाओ
माँ के नयन खुशियों से ही
भिगाओं!!
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